Mann ki udaan
जीवन
जीवन है यादों का ढेर ,
जैसे पेड़ों पर कच्चे - पक्के बेर ,
कुछ सूखे पत्तों का ढेर ,
कुछ हरे पत्तों की बेल।
जीवन - - - - - ढेर। .
बातों से किस्से बनते ,
किस्सों से लम्हे ,
बनते हैं लम्हों से यादें ,
यादों के गुच्छों में लिपटी ,
कुछ खट्टी - मीठी बातें ,
कुछ सच्चे - झूठे किस्से ,
किस्सों से लिपटी ये बेल।
जीवन है यादों का ढेर - - - - -
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