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Saturday, 13 May 2017

jeevan

Mann ki udaan


जीवन 
जीवन है यादों का ढेर ,
     जैसे पेड़ों पर कच्चे - पक्के बेर ,
कुछ सूखे पत्तों का ढेर ,
      कुछ हरे पत्तों की बेल। 
जीवन - - - - - ढेर। . 
बातों से किस्से बनते ,
       किस्सों से लम्हे ,
बनते हैं लम्हों से यादें ,
     यादों के गुच्छों में लिपटी ,
कुछ खट्टी - मीठी बातें ,
     कुछ सच्चे - झूठे किस्से ,
किस्सों से लिपटी ये बेल। 
जीवन है यादों का ढेर - - - - - 

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